- Hindi News
- Local
- Mp
- From Rajasthan To Madhya Pradesh, People Celebrated The Festival Of Colors; If You Forgot Social Distancing Somewhere, There Was A Lot Of Frustration
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भोपाल/जयपुर/लखनऊएक मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पूरी दुनिया में मशहूर उत्तर प्रदेश के ब्रज की होली की अद्भुत छटा देखने को मिली। यहां बांके बिहारी मंदिर में कन्हाई भक्त अपने आराध्य के साथ प्रेमरस से भरी होली में डूबे दिखे।
कोरोना के बीच लोगों ने होली का त्योहार धूमधाम से मनाया। हालांकि, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत में धारा-144 लागू की गई है, लेकिन लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर रंग और गुलाल से होली खेली। इस बीच ढोल और DJ की धुन पर लोग नाचते रहे और एक दूसरे को रंगों के त्योहार की बधाई भी देते दिखे।
राजस्थान: घरों और अपार्टमेंट में ढोल-नगाड़े संग उड़ा गुलाल
राजस्थान में समूह में होली मनाने पर भले ही रोक हो, लेकिन परिवार के लोग पड़ोसियों के साथ मिलकर होली में मशगूल रहे। प्रदेश की राजधानी में लोग सड़कों पर उतर रंग-गुलाल लगाते दिखे। ढोल-नगाड़ों के साथ डांस और मस्ती का आलम रहा। बच्चे भी पिचकारी के साथ पानी की होली खेलते दिखे। राजधानी के अलावा होली की यह परंपरा हर जिले में देखने को मिली। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

अजमेर में बच्चे झरने सी होली खेल रहे हैं तो दूसरी ओर कपड़ा फाड़ होली का हुड़दंग भी दिखाई देता है।
मध्य प्रदेश: इंदौर, भोपाल, जबलपुर समेत कई शहरों की सड़कों पर सन्नाटा, ग्वालियर में रही होली की मस्ती
मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा रहा। गली-मोहल्लों में जरूर बच्चों की रंग-गुलाल और पिचकारी के साथ मस्ती करते दिखे। वहीं ग्रामीण इलाकों में लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर होली की बधाई दी, लेकिन कोरोना के चलते कहीं भी सार्वजनिक आयोजन नहीं हुए। चौक-चौराहों पर भी पुलिस तैनात रही। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

ग्वालियर में सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर लोगों ने जमकर होली खेली। गली-मोहल्लों में भी लोग कोरोना से बेपरवाह नजर आए।
उत्तर प्रदेश: ब्रज में कन्हाई के संग होली की मस्ती में डूबे श्रद्धालु, अवध में रघुराई ने खेली होली
उत्तर प्रदेश में होली का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। पूरी दुनिया में मशहूर ब्रज की होली की अद्भुत छटा देखने को मिली। यहां बांके बिहारी मंदिर में कन्हाई भक्त अपने आराध्य के साथ प्रेमरस से भरी होली में डूबे रहे। भगवान भोले की नगरी काशी और अयोध्या में रंगों की फुहार से लोग भीगे नजर आए। अयोध्या में रामलला ने कृष्ण की तरफ से भेजे गए अबीर-गुलाल से रंग खेला। पिछले साल ही इस परंपरा की शुरुआत हुई थी। गोरखपुर में सांसद व एक्टर रवि किशन लोगों के साथ फाग गीत गाते नजर आए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

गोरखपुर में सांसद रवि किशन होली की मस्ती में डूबे नजर आए। इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए लोगों को कतार में बिठाया गया था। फाग गीतों की धुन के साथ लोगों पर अबीर गुलाल की बारिश की गई।
झारखंड: देवघर बाबा मंदिर में हुआ हरि और हर का मिलन, आज मनाई जा रही है होली
बाबा नगरी में रविवार को फागुन पूर्णिमा होली के अवसर पर हरी और हर का मिलन हुआ। इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए यहां लोगों की काफी भीड़ जुटी। सोमवार को पूरे देश में होली मनाई गई। वहीं, बाबा बैद्यनाथ मंदिर से रविवार को भगवान श्री हरि को पालकी में बैठा कर ढोल बाजे के साथ अबीर गुलाल उड़ाते हुए आजाद चौक स्थित दोल मंच ले जाया गया। दोल मंच में भगवान श्री हरि को झूले पर झुलाया गया। शाम को होलिका दहन के बाद भगवान श्री हरि को दोल मंच से बाबा मंदिर लाया गया और श्री हरि को बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग से स्पर्श कराते हुए हरि और हर का मिलन कराया गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर में होली के अवसर पर हरी और हर का मिलन हुआ। इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए यहां लोगों की काफी भीड़ जुटी।
हरियाणा: किसानों ने होलिका दहन में जलाईं कृषि कानून की प्रतियांओ
हरियाणा में होली की मस्ती देखने को नहीं मिल रही। सरकार ने होली मिलन समारोहों पर रोक लगाई है। साथ ही कड़े निर्देश हैं कि अगर कहीं कोई इस पाबंदी का उल्लंघन करता पाया जाए तो उससे सख्ती से निपटा जाए। इसी के चलते पानीपत समेत विभिन्न शहरों और कस्बों में बाजार सून-सूने से पड़े नजर आ रहे हैं। सोनीपत के कुंडली समेत दिल्ली की सभी सीमाओं पर धरने पर बैठे किसानों ने 3 कृषि कानूनों की प्रतियां होलिका दहन के साथ अपना जलाकर विरोध दर्ज करवाया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

सोनीपत के कुंडली में हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर होलिका दहन में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध जताते किसान संगठनों के लोग।