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मनीमाजरा2 घंटे पहले
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- अस्पताल में व्हीलचेयर्स और स्ट्रेचर की भी हालत खराब, रिपेयर करने की मांग
कहने को तो मनीमाजरा का सरकारी अस्पताल सौ बेड का है लेकिन यहां पर सुविधाएं नाममात्र ही हैं। ना तो इस अस्पताल में मरीजों और उनके साथ आने वाले उनके परिजनों के लिए कैंटीन की व्यवस्था है और न ही इस अस्पताल में केमिस्ट शॉप है। कई सालों से इस पर अभी विचार विमर्श ही चल रहा है इसका खामियाजा अस्पताल में आने वाले मरीजों को भुगतान पड़ता है।
मनीमाजरा कांग्रेस के नेता संजय भजनी, सुरजीत ढिल्लों, संजीव गाबा, फतेह सिंह, रामेश्वर गिरी, पूर्व मेयर गुरु चरणदास काला ने बताया कि अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है और अधिकारी लोगों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं वहीं मनीमाजरा के सरकारी अस्पताल में रख रखाव व सुविधाओं की कमी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में मरीजों और उनके साथ आए लोगों के बैठने की कुर्सियों टूटी हुई हैं।
कुर्सियों में लगा है जंग, बदली जाएं
लोहे की बनी कुर्सियों को जंग लगा है। मानो कई सालों से उन पर पेंट नही किया गया। जितनी भी अस्पताल में व्हीलचेयर्स हैं वे भी टूटी हैं। लगभग सभी व्हीलचेयर्स की खस्ताहाल है। ऐसे में किसी भी मरीज के बैठने से उसे गिर कर चोट लग सकती है। कई स्ट्रेचर को भी जंग लगा है, जैसे कि बहुत पुराने हों। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन खराब हुई चेयर्स को बदला जाए और स्वास्थ्य विभाग को लोगों की कई सालों से चलती हुई मांग कि अस्पताल में कैमिस्ट शॉप खोली जाए ताकि रात के समय में लोगों को दवाइयों के लिए सेक्टर 6 पंचकूला न भागना पड़े। स्वास्थ्य विभाग से मांग है कि लोगों को आ रही इन समस्याओं को जल्द ही हल किया जाए।