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भागलपुर11 घंटे पहले
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टीएमबीयू के पीजी केमिस्ट्री के शिक्षक और इंडियन केमिकल सोसाइटी कोलकाता के भागलपुर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार झा तथा उनके शोधछात्र उज्ज्वल कुमार ने पानी में आर्सेनिक कम करने का दावा किया है। सोमवार को इनके इस दावे पर आधारित किताब आर्सेनिक: प्रॉब्लम एंड मिटिगेशन का लोकार्पण प्रभारी वीसी डॉ. संजय कुमार चौधरी, हेड डॉ. एमपी साह, डीन साइंस डॉ. अशोक ठाकुर, पूर्व हेड डॉ. ज्योतीन्द्र चौधरी ने किया।
डॉ. अशोक झा ने बताया कि उन्होंने और अनके शोधछात्र उज्ज्वल कुमार ने पिछले दिनों सुल्तानगंज से पीरपैंती के बीच गंगा किनारे बसे इलाकों और दियारा क्षेत्र में पानी में आर्सेनिक की मौजूदगी पर शोध किया था। उन्होंने नाथनगर के पास गोसाईंदासपुर, टीएमबीयू के पीछे दियारा और पीरपैती में बाखरपुर दियारा के करीब के इलाकों में पानी में आर्सेनिक की मात्रा .05 पीपीएम से ज्यादा पाया। इसके बाद इसे कम करने के उपायों पर काम किया गया। इन जगहों से प्राप्त सैंपल पर विभाग के लैब में किए गए प्रयोग का निष्कर्ष उत्साहजनक मिला।
फाइटो रेमेडियन की मदद से मिली सफलता
डॉ. अशोक झा ने बताया कि डेंटोनाइड, कुछ नए बैक्टीरिया और प्रकृति में मौजूद फाइटो रेमेडियन की मदद से पानी में आर्सेनिक का प्रतिशत कम हुआ। डॉ. चौधरी ने कहा कि शोध से ही हमारी पहचान होती है। कार्यक्रम में डॉ. डीएन राय, डॉ. संजय झा, डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह, डॉ. राजेश तिवारी, डॉ. राजीव कुमार सिंह, डॉ. रविन्द्र कुमार, डॉ. राजकमल साहू, डॉ. बद्रीनाथ झा, डॉ. निशांत सिंह मौजूद थे।